मध्यप्रदेश के नवागत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज भोपाल में आयोजित हुए शपथ ग्रहण कार्यक्रम के बाद सीधे बाबा महाकाल की शरण में पहुंचे। यहां उन्होंने पंडित रमन त्रिवेदी, पंडित दिलीप गुरु, पंडित अर्पित पुजारी और अन्य पुजारियों के आचार्यत्व में बाबा महाकाल का महामृत्युंजय मंत्र से जलाभिषेक किया।
गर्भगृह में हुई इस पूजा अर्चना के दौरान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बाबा महाकाल की भक्ति में लीन दिखाई दिए। वे लगातार ओम नमः शिवाय और अन्य मंत्रों का जाप कर रहे थे। जलाभिषेक से शुरू हुए बाबा महाकाल के पूजन के दौरान उन्हें दुग्ध और पंचामृत भी अर्पित किया गया, जिसके बाद उन्हें पूजन सामग्री भी अर्पित की गई।
दर्शन के बाद यादव ने कहा कि शपथग्रहण करने के बाद सीधे बाबा महाकाल के दरबार में आया हूं। मैं यहां से विधायक भी हूं, स्वाभाविक सी बात है कि हम सब की इच्छा रहती है कि जब हमें किसी भी नए काम का दायित्व मिलता है तो बाबा महाकाल के दर्शन कर आशीर्वाद लेना चाहिए। मुझे यहां से कैबिनेट की मीटिंग लेना है और चार्ज लेना है। बाबा महाकाल का आशीर्वाद लेने यहां आया था। बाबा महाकाल हम सब पर कृपा करते ही हैं। यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश की डबल इंजन की सरकार चले और हमारा प्रदेश और आगे जाएं बस यही मेरी मंशा है।
जब यादव को लगाना पड़ी दौड़
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद डॉ. मोहन यादव सीधे विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए उज्जैन पहुंचे थे। बाबा महाकाल के पूजन व दर्शन के करने के बाद नवागत मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को कुछ देरी हो रही थी, जबकि मंदिर में उनके समर्थकों की भीड़ लगातार बढ़ती जा रही थी। इससे बचने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंदिर परिसर में दौड़ लगाते हुए भी देखे गए। बताया जाता है कि मुख्यमंत्री श्री महाकालेश्वर मंदिर से सीधे गीता कॉलोनी स्थित उनके निवास पर पहुंचे। वहां पिता पूनमचंद यादव का आशीर्वाद लेने के बाद पुनः भोपाल रवाना हो गए।